दो बसों से यूपी की बार्डर पर पहुंचेंगे चालीस मजदूर, प्रशासन ने किया रवाना


सीहोर। लॉक डाउन के कारण सबसे अधिक परेशानी का सबब दैनिक मजदूरों को भुगतना पड़ा है, पिछले एक माह से अपने घरों में बिना काम धंधे के रहने को विवश मजदूरों के लिए राहत भरी खबर बुधवार को मिली। जिला प्रशासन ने करीब 40 मजदूरों को शहर के बस स्टैंड से दो बसों के सहारे यूपी की बार्डर तक पहुंचाने का इंतजाम किया है। इस मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इन मजदूरों की जांच पड़ताल करने के बाद बसों में बैठकर रवाना किया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शहर सहित आस-पास के स्थानों पर लॉक डाउन के कारण करीब तीन दर्जन से अधिक मजदूर फंसे हुए थे, इनको घर वापसी के लिए प्रशासन ने इंतजाम किए। अब इन मजदूरों को घर वापसी को लेकर उत्साह का वातावरण व्याप्त है। शहर के बस स्टैंड से रवाना होने वाले मजदूरों का कहना है कि कई बार उनको भोजन की व्यवस्था नहीं होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ है, शासन की ओर से मिलने वाले पैकेट कभी-कभार मिलते थे, लॉक डाउन के कारण जमा पूंजी भी खत्म हो गई। यूपी के जालौन निवासी राममिलन ने बताया कि वह शहर के समीपस्थ एक ग्राम में लंबे समय से थे, लेकिन लॉक डाउन के कारण उनकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गई है। इसके अलावा यहां पर मौजूद जलौन निवासी रवि आदि का कहना है कि वह सीहोर में रहकर काम धंधा करते थे, लेकिन वैश्विक महामारी के चलते लगाए लॉक डाउन के कारण उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है अब घर वापसी के कारण इन मजदूरों के चेहरे पर चमक झलक रही थी।